जाना तो हमको भी है
किसी दिन अचानक
बिन बताये
ये जो दुनिया में डूबे हैं
तो बस इस उम्मीद में
कि चार से कुछ ज्यादा कंधे हों
वैसे चार भी कम नहीं हैं
उम्मीद तो ये भी है
कि कुछ आँखें नम हों
कुछ आँसू सूख जाएं गालों पर
चन्द दिन बसें यादों में कुछ लोगों की
श्रद्धांजलि के कुछ शब्द पहुंचे
बच्चों तक कि कुछ पल को
उन्हें लगे सफल होना
एक असफल जीवन का
- वाणभट्ट
जाना शाश्वत सत्य है।यही भाव सबके मन मे रहता है परंतु कल किसने देखा है।सुंदर अभिव्यक्ति👌👌💐
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