tag:blogger.com,1999:blog-6330433093682463130.post5623862016412021953..comments2024-03-24T21:18:14.269-07:00Comments on वाणभट्ट: लोकतंत्र में विचारधारा का महत्त्वVaanbhatthttp://www.blogger.com/profile/12696036905764868427noreply@blogger.comBlogger34125tag:blogger.com,1999:blog-6330433093682463130.post-40593285978020543202014-07-25T22:47:07.951-07:002014-07-25T22:47:07.951-07:00 आप अपना मौलिक लिखते रहिये , टीआरपी के चक्कर में क... आप अपना मौलिक लिखते रहिये , टीआरपी के चक्कर में काहे पड़ना ? और ये टॉप 300 क्या बला है ? लपेट लपेट कर खैंच दिया है आपने सबको Yogi Saraswathttps://www.blogger.com/profile/17101659017154035233noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6330433093682463130.post-35798696335766921712014-05-24T21:47:06.883-07:002014-05-24T21:47:06.883-07:00क्रिवेटिव लोग बैक बेन्च पर ही मिला करते हैं...क्रिवेटिव लोग बैक बेन्च पर ही मिला करते हैं...Vaanbhatthttps://www.blogger.com/profile/12696036905764868427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6330433093682463130.post-72754631362615001622014-05-24T21:24:34.032-07:002014-05-24T21:24:34.032-07:00अपने गुरु जी से हमारी भी सिफारिश का कोई इंतजाम हो ...अपने गुरु जी से हमारी भी सिफारिश का कोई इंतजाम हो सकता है क्या ? वैसे अपना भी यही मानना है कि सबसे पीछे होने में बड़ा फायदा है . जैसे कि और भी पीछे आसानी से , आजादी से उछला-कूदा जा सकता है . Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6330433093682463130.post-60571591076915649142014-05-23T09:23:54.265-07:002014-05-23T09:23:54.265-07:00बहुत सामयिक लेख।बहुत सामयिक लेख।धीरेन्द्र अस्थानाhttps://www.blogger.com/profile/14444695558664600159noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6330433093682463130.post-5838411972259052022014-05-18T03:49:14.124-07:002014-05-18T03:49:14.124-07:00सटीक और सारगर्भित। सटीक और सारगर्भित। Mithilesh dubeyhttps://www.blogger.com/profile/14946039933092627903noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6330433093682463130.post-23984134196381338372014-05-05T10:50:26.639-07:002014-05-05T10:50:26.639-07:00उम्दा प्रस्तुति...बहुत बहुत बधाई...
नयी पोस्ट@मतदा...उम्दा प्रस्तुति...बहुत बहुत बधाई...<br />नयी पोस्ट<a href="http://pbchaturvedi.blogspot.in/" rel="nofollow">@मतदानकीजिए</a><br />नयी पोस्ट<a href="http://fulwaari.blogspot.in//" rel="nofollow">@सुनो न संगेमरमर</a>प्रसन्नवदन चतुर्वेदी 'अनघ' https://www.blogger.com/profile/03784076664306549913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6330433093682463130.post-67273355695759818242014-04-29T08:48:04.466-07:002014-04-29T08:48:04.466-07:00सटीक और प्रभावपूर्ण आलेख -----सटीक और प्रभावपूर्ण आलेख -----Jyoti kharehttps://www.blogger.com/profile/02842512464516567466noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6330433093682463130.post-21709763171050023642014-04-26T06:38:10.736-07:002014-04-26T06:38:10.736-07:00सटीक और विचारणीयसटीक और विचारणीयसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6330433093682463130.post-32031648126739412732014-04-25T00:46:32.679-07:002014-04-25T00:46:32.679-07:00बेलगाम सपने और चाहतों का अम्बार हर युग में रहा है....बेलगाम सपने और चाहतों का अम्बार हर युग में रहा है. मुमकिन है हर युद्ध की वजह भी यही बना. कौन कौरव कौन पांडव इसका अनुमान अब नहीं लग पाता है. उस युग में स्पष्तः सब कुछ निर्धारित और स्पष्ट होता था. <br />टी.आर.पी है तो बड़ा मुद्दा पर... बहुत अच्छा लिखा है. आपकी लेखनी बहुत प्रभावशाली है. शुभकामनाएँ!डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/11843520274673861886noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6330433093682463130.post-12440223413699992042014-04-22T08:48:29.071-07:002014-04-22T08:48:29.071-07:00bahut sundar mere dil ki bhi bat kah di 300 .....b...bahut sundar mere dil ki bhi bat kah di 300 .....blog list dekh kar mere mn bhi kuchh aise hi sawal aaye the ....kisi ke certificate dene se hi agar koi acchha ho jata to kharab to koi hota hi nahi ....thanks n aabhar ...Dr.NISHA MAHARANAhttps://www.blogger.com/profile/16006676794344187761noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6330433093682463130.post-10995464892970595092014-04-18T05:53:15.020-07:002014-04-18T05:53:15.020-07:00 शुक्रिया आपकी टिप्पणियों का व्यंग्य व्यंजना की मा... शुक्रिया आपकी टिप्पणियों का व्यंग्य व्यंजना की माहिर हैं आप जो आपके लिखे से रिसता है। virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6330433093682463130.post-13866566841935369792014-04-14T17:48:55.945-07:002014-04-14T17:48:55.945-07:00बोलो जय जय जय गुरुदेव बाणभट्ट। बहुत ही लपेटामार व्...बोलो जय जय जय गुरुदेव बाणभट्ट। बहुत ही लपेटामार व्यंग।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6330433093682463130.post-77287093876207187262014-04-10T10:20:23.854-07:002014-04-10T10:20:23.854-07:00बहुत सारगर्भित आलेख...आज व्यक्ति के अपने विचार रहे...बहुत सारगर्भित आलेख...आज व्यक्ति के अपने विचार रहे कहाँ हैं, सब बाहरी शक्तियों के चंगुल में फंसे हुए हैं...टिप्पणी और फोलोअर्स की संख्या महत्वपूर्ण नहीं, अगर आप अपने लेखन से संतुष्ट हैं तो लिखते रहिये...इस तरह के विचारोत्तेजक आलेख कब तक नज़रंदाज़ किये जा सकते हैं...Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6330433093682463130.post-91855865673535333932014-04-10T09:32:33.452-07:002014-04-10T09:32:33.452-07:00ये तो प्रभु आपकी ज़र्रा नवाज़ी है...ये तो प्रभु आपकी ज़र्रा नवाज़ी है...Vaanbhatthttps://www.blogger.com/profile/12696036905764868427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6330433093682463130.post-70008141455012639232014-04-10T07:28:22.879-07:002014-04-10T07:28:22.879-07:00इस लेख को पढ़कर, कौन माई का लाल कह सकता है कि वाणभट...इस लेख को पढ़कर, कौन माई का लाल कह सकता है कि वाणभट्ट गुरुघंटाल नहीं !! <br />जय हो गुरु की !!Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6330433093682463130.post-70204939013331801142014-04-09T01:13:47.404-07:002014-04-09T01:13:47.404-07:00bahut hi achha likha hai va shuruat mein tana bhi ...bahut hi achha likha hai va shuruat mein tana bhi khoob diya hai.<br /><br />shubhkamnayenprritiy----snehhttps://www.blogger.com/profile/15786805769915315081noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6330433093682463130.post-80851368712597716272014-04-07T09:25:31.688-07:002014-04-07T09:25:31.688-07:00बेहतरीन व्यंग्योक्ति बेहतरीन व्यंग्योक्ति virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6330433093682463130.post-78332941100874312602014-04-07T08:56:44.915-07:002014-04-07T08:56:44.915-07:00बहुत सारगर्भित और सटीक.....मझे भी पांच साल से ऊपर ...बहुत सारगर्भित और सटीक.....मझे भी पांच साल से ऊपर हुए पर अभी भी शतक से दो कम ही हैं, जिन्हें वास्तव में अच्छा लगता है वही सच्चे फालोवर होते हैं....टी. आर.पी. तो आनी -जानी है....अपना लेखन और किया हुआ कर्म ही रह जाएगा.....कम से कम राजनीति से तो इसकी तुलना हम न ही करें तो ठीक होगा (क्या हुआ अगर यहाँ भी ये घुस गई है)....प्रसन्नवदन चतुर्वेदी 'अनघ' https://www.blogger.com/profile/03784076664306549913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6330433093682463130.post-57214265387954798012014-04-07T08:02:04.570-07:002014-04-07T08:02:04.570-07:00सार्वजनिक क्षेत्र में फूलों का हश्र काफी पहले लिख ...सार्वजनिक क्षेत्र में फूलों का हश्र काफी पहले लिख दिया था...इसे भी ट्रिपल पी की आवश्यकता है...लिंक है...http://vaanbhatt.blogspot.in/2013/09/blog-post.html<br />Vaanbhatthttps://www.blogger.com/profile/12696036905764868427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6330433093682463130.post-81658061084006265272014-04-07T07:00:44.650-07:002014-04-07T07:00:44.650-07:00सटीक प्रस्तुति सटीक प्रस्तुति Onkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6330433093682463130.post-11216747840196876612014-04-07T04:51:27.910-07:002014-04-07T04:51:27.910-07:00आजकल नेताजी प्रचार करने केशव वाटिका में भी आ रहें ...आजकल नेताजी प्रचार करने केशव वाटिका में भी आ रहें हैं। इंजीनियर साब एक ब्लॉग फूल चोरों पर भी लिखिए। में देखता हूँ ७० साल से लेकर १० साल का बच्चा भी सुबह -सुबह फूल चुराता है। टोकने पर कहतें है भगवान् के लिए चोरी नहीं है. मैंने कहा चोरी नहीं है तो छीपा कर क्यों ले जाते हो ?. सर लिखिए। .. Prof. Ummed Singhhttps://www.blogger.com/profile/04586274749822228160noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6330433093682463130.post-76991793953200646182014-04-06T22:25:45.023-07:002014-04-06T22:25:45.023-07:00आपने महाभारत को आज के परिप्रेक्ष्य में जोड़ा है ! व...आपने महाभारत को आज के परिप्रेक्ष्य में जोड़ा है ! वास्तव में सटीक बैठता है ! चुनाव हो या कोई भी संस्थान हो उनके सभी स्टाफ ऐसे ही एक्ट करते है जैसे कौरव ! लेकिन हमको यह भी देखना है कि श्री कृष्ण सब देख रहे हें और कुरुक्षेत्र की रणभूमि तैयार कर रहे हैं! आपने हम सबको सीख दी इसके लिए धन्यवाद!<br />लाखन सिंहUnknownhttps://www.blogger.com/profile/06469954916782465823noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6330433093682463130.post-20749337168669698702014-04-06T21:17:47.451-07:002014-04-06T21:17:47.451-07:00बड़ी मुश्किल है ये ब्लाग और ब्लागिंग अब हमको लगता ह...बड़ी मुश्किल है ये ब्लाग और ब्लागिंग अब हमको लगता है हम बहुत अच्छा लिख रहे हैं पढ़ने वाला सोचता है इस कूढ़े का क्या किया जाये क्या टिप्पणी की जाये जो एक झाड़ू बन जाये । कई जगह रोज जाते हैं टिप्पणी करके आते हैं और वो सोचते है अच्छा बेवकूफ है रोज चला आता है टिप्पणी भी दे जाता है । गुस्से का इजहार भी कर दें कहीं जाकर कि भाई आप भी कभी कभी आ जाया करो तो बाद में लगता है ऐसे बुलाने पटाने का क्या फायदा । लगे रहते हैं । अब आप तो वैसे ही बहुत धाँसू लिख रहे हैं । जियो ।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6330433093682463130.post-1071710879436874662014-04-06T18:13:38.739-07:002014-04-06T18:13:38.739-07:00बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
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आपकी इस प्रविष्टि् की...बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!<br />--<br />आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज सोमवार (07-03-2014) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/2014/04/1575.html" rel="nofollow"> "बेफ़िक्र हो, ज़िन्दगी उसके - नाम कर दी" (चर्चा मंच-1575) </a> पर भी है!<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6330433093682463130.post-19477869199642398472014-04-06T12:15:10.441-07:002014-04-06T12:15:10.441-07:00चुनावी महाभारत की लड़ाई तो शुरू हो चुकी है और डेढ़ म...चुनावी महाभारत की लड़ाई तो शुरू हो चुकी है और डेढ़ महीने बाद ही ख़तम होगी.. क्या करें कलयुगी महाभारत है.. लम्बी यो होगी ही..<br />नस आप यूँ ही लिखते रहे.. कलयुग का क्या है, वो तो चलता रहेगा.. जब हम भी लगे पड़े हैं लिखने में फिर आप तो धुरंधर हैं :)Pratik Maheshwarihttps://www.blogger.com/profile/04115463364309124608noreply@blogger.com